जन्माष्टमी पर दही-हांडी और छप्पन भोग की धूम
नई दिल्ली: पूरे देश में शनिवार को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम और श्रद्धा से मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर मंदिरों में विशेष सजावट की गई और भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
मंदिरों में छप्पन भोग
मथुरा और वृंदावन के मंदिरों में जन्माष्टमी पर पारंपरिक रूप से छप्पन भोग अर्पित किया गया। सैकड़ों प्रकार के व्यंजन और मिठाइयाँ सजाकर भगवान कृष्ण का राजसी श्रृंगार किया गया। भक्तजन रातभर भजन-कीर्तन में लीन रहे और भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ उठाते रहे।
दही-हांडी की गूंज
मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य शहरों में दही-हांडी उत्सव का खास नजारा देखने को मिला। ‘गोविंदा आला रे’ के नारों के बीच युवाओं की टोली मानव पिरामिड बनाकर ऊँचाई पर बंधी दही-हांडी को फोड़ने में जुटी रही। कई स्थानों पर करोड़ों रुपये के इनाम रखे गए। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जन्माष्टमी के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। मथुरा, वृंदावन और द्वारका जैसे धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। वहीं मुंबई में दही-हांडी स्थलों पर मेडिकल टीम और एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई।
श्रद्धा और उल्लास का संगम
देशभर में जन्माष्टमी पर्व ने आस्था और उल्लास का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। भक्तों ने इस दिन उपवास रखा और मध्यरात्रि में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया। सोशल मीडिया पर #HappyJanmashtami और #DahiHandi ट्रेंड करता रहा।
निष्कर्ष
जन्माष्टमी का पर्व हर वर्ष लोगों को भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेने और धर्म, कर्तव्य व न्याय के मार्ग पर चलने का संदेश देता है। दही-हांडी और छप्पन भोग जैसी परंपराएँ इस त्योहार की विशेषता हैं, जो इसे और भी भव्य बना देती हैं।