वैष्णो देवी यात्रा 14 सितंबर से शुरू होने जा रही है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इसकी आधिकारिक घोषणा की है। लंबे इंतजार के बाद भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है।
वैष्णो देवी यात्रा 14 सितंबर से शुरू
प्रशासन के अनुसार, यात्रा को फिर से शुरू करने का निर्णय सुरक्षा और मौसम की परिस्थितियों की समीक्षा के बाद लिया गया है। पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश और भूस्खलन के चलते यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई थी। अब मौसम सामान्य होने के बाद श्रद्धालुओं के लिए मार्ग खोल दिया जाएगा।
सुरक्षा और सुविधाओं की तैयारियां
यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे कटरा से भवन तक मार्ग का निरीक्षण किया। सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
श्राइन बोर्ड ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क, मेडिकल कैंप और लंगर सेवाओं को भी दोगुना किया गया है।
एक अधिकारी ने बताया:
“श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यात्रा मार्ग पर लगातार निगरानी रखी जाएगी और CCTV कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।”
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
श्रद्धालुओं के लिए यात्रा में शामिल होने से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। यह रजिस्ट्रेशन आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन पर उपलब्ध है। इसके अलावा, यात्रा के दौरान कोविड-19 से जुड़ी एहतियाती गाइडलाइंस का पालन करना भी जरूरी होगा।
श्रद्धालुओं में उत्साह
यात्रा के दोबारा शुरू होने की खबर सुनकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों से भक्त कटरा पहुँचने की तैयारी कर रहे हैं। होटल और धर्मशालाओं की बुकिंग में अचानक तेजी आई है।
कटरा के स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों ने भी यात्रा शुरू होने पर राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि यात्रा रुकने से व्यापार पर गहरा असर पड़ा था।
पर्यटन को मिलेगी नई ऊर्जा
विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रा शुरू होने से न सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार मिलेगी।
हर साल लाखों श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आते हैं, जिससे स्थानीय व्यापार, होटल इंडस्ट्री और ट्रांसपोर्ट सेक्टर को भारी लाभ होता है।
यात्रा मार्ग की स्थिति
प्रशासन ने भवन तक जाने वाले सभी रास्तों की मरम्मत और सफाई का काम पूरा कर लिया है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों को दुरुस्त कर दिया गया है। बैटरी कार और हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी सामान्य कर दिया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे बिना पंजीकरण यात्रा पर न आएं और केवल अधिकृत वाहनों और गाइड्स का ही इस्तेमाल करें। साथ ही, मौसम की ताजा जानकारी लेते हुए यात्रा पर निकलें।
निष्कर्ष
वैष्णो देवी यात्रा 14 सितंबर से शुरू होना न सिर्फ भक्तों के लिए बड़ी राहत है बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और धार्मिक पर्यटन के लिए भी शुभ संकेत है। मां वैष्णो देवी के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए अब हजारों श्रद्धालु कटरा का रुख करेंगे और भक्ति का यह प्रवाह एक बार फिर नई ऊर्जा लेकर आएगा।