Saturday, October 18, 2025
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उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: आज संसद में वोटिंग, राधाकृष्णन बनाम सुदर्शन रेड्डी, पहला वोट डालेंगे PM मोदी

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए आज संसद में वोटिंग हो रही है। एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन और INDIA ब्लॉक के बी. सुदर्शन रेड्डी आमने-सामने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले वोट डालेंगे।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: संसद में आज मतदान, राधाकृष्णन बनाम सुदर्शन रेड्डी, पहला वोट डालेंगे PM मोदी

आज संसद भवन में देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। यह चुनाव पूरी तरह से राजनीतिक समीकरणों का इम्तिहान बन चुका है। एनडीए की ओर से सी.पी. राधाकृष्णन, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, मैदान में हैं, जबकि विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सांसद अपना वोट डालेंगे और मतगणना का काम शाम 6 बजे से शुरू होगा।

चुनाव की प्रक्रिया और महत्व

भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सांसदों द्वारा किया जाता है। यह चुनाव गुप्त मतदान प्रणाली (Secret Ballot) के माध्यम से होता है। कुल 788 सांसदों को वोट डालने का अधिकार है। वोट डालने के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा और इस दौरान सांसदों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी।

उपराष्ट्रपति का पद केवल संवैधानिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति भी होते हैं और सदन की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने में उनकी बड़ी भूमिका होती है।

मुकाबले के प्रमुख चेहरे

🔹 सी.पी. राधाकृष्णन (एनडीए उम्मीदवार)

सी.पी. राधाकृष्णन लंबे समय से भाजपा के साथ जुड़े हुए वरिष्ठ नेता हैं। वे दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और संगठनात्मक कार्यों में उनकी गहरी पकड़ रही है। फिलहाल वे महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए की शीर्ष नेतृत्व टीम ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर दक्षिण भारत में राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है।

🔹 बी. सुदर्शन रेड्डी (INDIA ब्लॉक उम्मीदवार)

पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को विपक्ष ने उम्मीदवार बनाया है। उनका प्रशासनिक और न्यायिक अनुभव विपक्ष के लिए एक मजबूत आधार बनाता है। INDIA ब्लॉक की रणनीति है कि इस चुनाव को केवल सत्ता बनाम विपक्ष की लड़ाई के रूप में नहीं, बल्कि संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के संदेश के रूप में प्रस्तुत किया जाए।

वोटिंग की शुरुआत और प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका

चुनाव का एक खास पहलू यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले वोट डालेंगे। इसके बाद पंजाब और हरियाणा से जुड़े सांसद मतदान करेंगे। प्रधानमंत्री द्वारा सबसे पहले वोट डालना एक राजनीतिक संदेश भी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है।

राजनीतिक समीकरण और संख्या बल

संख्याबल के लिहाज से एनडीए के उम्मीदवार राधाकृष्णन का पलड़ा भारी माना जा रहा है। संसद में एनडीए का बहुमत विपक्ष की तुलना में ज्यादा है।

  • लोकसभा – एनडीए के पास 300+ सांसदों का समर्थन है।

  • राज्यसभा – एनडीए के पास 100 से ज्यादा सांसद हैं।

  • INDIA ब्लॉक – लगभग 180 सांसदों का समर्थन।

हालांकि विपक्ष ने इस चुनाव को गंभीरता से लिया है और INDIA गठबंधन की ओर से लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। कई छोटे दलों को साथ लाने की कोशिश की जा रही है।

विपक्ष की रणनीति और मॉक पोल

वोटिंग से पहले INDIA ब्लॉक ने सांसदों के लिए मॉक पोल (Dummy Voting) आयोजित किया। इसका उद्देश्य यह था कि कोई सांसद बैलेट पेपर पर गलत निशान न लगाए और विपक्ष के वोट अवैध घोषित न हों। विपक्ष को डर है कि गुप्त मतदान में कुछ वोट इधर-उधर हो सकते हैं। यही वजह है कि विपक्ष ने इस बार अतिरिक्त सतर्कता दिखाई है।

बहिष्कार और राजनीतिक संदेश

दिलचस्प बात यह है कि कुछ क्षेत्रीय दलों ने इस चुनाव से दूरी बना ली है। बीआरएस (BRS) और बीजेडी (BJD) जैसे दलों ने मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इससे मुकाबले का गणित और साफ हो गया है। एनडीए की बढ़त और स्पष्ट हो रही है, लेकिन विपक्ष इस चुनाव को केवल हार-जीत तक सीमित नहीं देख रहा है, बल्कि इसे जनता के बीच एक राजनीतिक संदेश के रूप में पेश कर रहा है।

उपराष्ट्रपति चुनाव का ऐतिहासिक महत्व

भारत में अब तक 14 उपराष्ट्रपति चुने जा चुके हैं। अधिकतर मौकों पर सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार ही विजयी रहे हैं। केवल कुछ चुनिंदा चुनाव ही बेहद कांटे के साबित हुए हैं। 2025 का यह चुनाव भी इसलिए खास है क्योंकि इसमें एक ओर एनडीए की राजनीतिक ताकत है और दूसरी ओर विपक्ष का एकजुटता का प्रयास।

मतगणना और संभावित नतीजे

शाम 5 बजे मतदान खत्म होने के बाद बैलेट बॉक्स की सील खोली जाएगी और 6 बजे से मतगणना शुरू होगी। परिणाम आज रात तक आने की पूरी संभावना है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को बड़ी जीत मिलने की संभावना है, लेकिन विपक्ष ने इस चुनाव को प्रतीकात्मक लड़ाई बना दिया है, जिससे आने वाले समय की राजनीति पर असर जरूर दिखाई देगा।

निष्कर्ष

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 सिर्फ संवैधानिक पद का चुनाव नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक दलों की एकजुटता और ताकत की भी परीक्षा है। संसद में आज के मतदान से यह साफ हो जाएगा कि कौन सा गठबंधन कितना मजबूत है। एनडीए के पास जहां बहुमत का भरोसा है, वहीं INDIA ब्लॉक इस चुनाव को लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के रूप में पेश कर रहा है।

आज शाम तक परिणाम आ जाएंगे और देश को नया उपराष्ट्रपति मिल जाएगा।

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