AAP नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर ED का छापा: हॉस्पिटल निर्माण घोटाले में बड़ी कार्रवाई
दिल्ली की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज सुबह आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास पर छापा मारा। यह कार्रवाई कथित हॉस्पिटल कंस्ट्रक्शन स्कैम और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है। बताया जा रहा है कि ईडी की कई टीमें सुबह 6 बजे के करीब सौरभ भारद्वाज के घर पहुंचीं और लंबी तलाशी कार्रवाई की।
छापे के दौरान क्या हुआ?
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमों ने भारद्वाज के घर से वित्तीय लेन-देन से जुड़े दस्तावेज, लैपटॉप और कुछ मोबाइल फोन जब्त किए हैं। तलाशी अभियान करीब छह घंटे तक चला। ईडी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें प्राथमिक स्तर पर कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिनसे घोटाले से जुड़े लेन-देन का खुलासा हो सकता है।
क्या है हॉस्पिटल कंस्ट्रक्शन स्कैम?
यह मामला दिल्ली सरकार के कार्यकाल के दौरान शुरू हुए कुछ सरकारी अस्पतालों के निर्माण प्रोजेक्ट्स से जुड़ा है। आरोप है कि इन अस्पतालों के लिए जारी किए गए ठेकों में अनियमितताएं बरती गईं।
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कई प्रोजेक्ट्स में टेंडर प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से नहीं हुई।
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कुछ ठेकेदारों को नियमों से हटकर लाभ पहुँचाया गया।
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फर्जी बिलिंग और अतिरिक्त भुगतान के जरिए करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई।
जांच एजेंसियों का दावा है कि घोटाले के पैसों को हवाला चैनलों और शेल कंपनियों के जरिए सफेद किया गया। ईडी इसी एंगल से मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है।
विपक्ष और AAP आमने-सामने
ईडी की इस कार्रवाई ने राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी है। AAP नेताओं ने इसे पूरी तरह राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार अपने विरोधियों को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, “जब भी चुनाव नजदीक आते हैं या सरकार विपक्ष को कमजोर करना चाहती है, तब ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जाता है। सौरभ भारद्वाज साफ-सुथरी छवि के नेता हैं, लेकिन उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।”
वहीं भाजपा ने AAP पर पलटवार किया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “AAP के नेता भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। अगर सौरभ भारद्वाज निर्दोष हैं, तो उन्हें जांच का सामना करने में कोई डर नहीं होना चाहिए।”
ED की अगली रणनीति
ईडी के सूत्रों का कहना है कि यह छापा केवल प्रारंभिक कार्रवाई है। एजेंसी आगे अस्पताल निर्माण से जुड़े कई ठेकेदारों, अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं से पूछताछ कर सकती है। संभावना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली और आसपास के कई ठिकानों पर भी छापे पड़ सकते हैं।
इसके अलावा ईडी इस केस को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दर्ज कर रही है। यदि आरोप साबित होते हैं तो सख्त सजा और भारी जुर्माना भी लग सकता है।
जनता और सिविल सोसायटी की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई को लेकर जनता में भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम बता रहे हैं, तो वहीं कई लोग इसे राजनीतिक बदले की भावना से जोड़कर देख रहे हैं। सिविल सोसायटी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि “यदि वास्तव में अस्पताल निर्माण में गड़बड़ी हुई है तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाओं में घोटाला सीधे आम जनता की सेहत से खिलवाड़ है।”
सौरभ भारद्वाज की छवि और राजनीतिक महत्व
सौरभ भारद्वाज आम आदमी पार्टी के पुराने नेताओं में गिने जाते हैं। वह कई बार दिल्ली विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं और पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों में उनकी गिनती होती है। उन्हें पार्टी का “साफ छवि वाला चेहरा” भी कहा जाता है। ऐसे में ईडी की यह कार्रवाई न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि बल्कि AAP की राजनीति पर भी बड़ा असर डाल सकती है।
निष्कर्ष
ED का छापा और हॉस्पिटल कंस्ट्रक्शन स्कैम की जांच आने वाले दिनों में दिल्ली की राजनीति में बड़ा मुद्दा बनने वाली है। जहां AAP इसे केंद्र सरकार की “राजनीतिक साजिश” बता रही है, वहीं भाजपा और विपक्षी दल इसे “भ्रष्टाचार का सबूत” मान रहे हैं। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच का रुख किस ओर जाता है और क्या इस केस में किसी बड़े चेहरे की मुश्किलें और बढ़ेंगी।