उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में पुलिस ने धर्म परिवर्तन से जुड़े एक बड़े गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने एक महिला समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया। अदालत ने सभी आरोपियों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस का दावा है कि यह गिरोह देश के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय था और खासतौर पर युवतियों को टारगेट करके उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करता था।
इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस दो लापता सगी बहनों की तलाश कर रही थी। जांच के दौरान पुलिस को दोनों बहनों का लोकेशन कोलकाता में मिला। वहीं से इस धर्म परिवर्तन गैंग की पूरी परतें खुलनी शुरू हुईं। दोनों बहनों को पुलिस ने सुरक्षित बरामद किया और उनसे पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
जानकारी के अनुसार, यह गैंग बेहद शातिर तरीके से युवतियों को फंसाने का काम करता था। पहले उन्हें दोस्ती, नौकरी या शादी के झांसे में लाया जाता था, फिर धीरे-धीरे उन पर दबाव बनाकर धर्म परिवर्तन कराया जाता था। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान, दिल्ली और गोवा जैसे राज्यों में भी सक्रिय रहा है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैंग का नेटवर्क काफी बड़ा है और इसके तार विदेशों तक फैले होने की आशंका है। अभी तक गिरफ्तार किए गए आरोपी केवल इस जाल का एक हिस्सा हैं। जांच एजेंसियां अब उन लोगों की तलाश कर रही हैं जो इस गैंग को आर्थिक मदद और संसाधन उपलब्ध कराते थे।
अदालत में पेशी के दौरान पुलिस ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ करना बेहद ज़रूरी है ताकि पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके। इसी वजह से न्यायालय ने 10 दिन की रिमांड दी है। पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी नाम सामने आएंगे और कई अहम राज़ खुलेंगे।
यह घटना समाज में फैले धार्मिक कट्टरपंथ और संगठित अपराध के खतरनाक गठजोड़ को उजागर करती है। धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मुद्दे को लेकर देश में पहले भी कई विवाद होते रहे हैं। आगरा में सामने आया यह मामला फिर से इस विषय को चर्चा के केंद्र में ले आया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि युवाओं को बहलाकर इस तरह धर्म परिवर्तन कराना समाज के लिए गंभीर खतरा है। वहीं, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस गिरोह को पूरी तरह खत्म करने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।