दिल्ली में हुए हालिया हमले के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद रेखा गुप्ता की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने उन्हें संयुक्त Z श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया है। इस सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और दिल्ली पुलिस मिलकर निभाएंगे। यह फैसला उनके ऊपर बढ़ते खतरे और हालिया हमले की घटना को देखते हुए लिया गया है।
हमला बना सुरक्षा समीक्षा की वजह
पिछले सप्ताह रेखा गुप्ता के काफिले पर अज्ञात लोगों ने हमला किया था। हालांकि इस हमले में उन्हें कोई शारीरिक चोट नहीं पहुंची, लेकिन घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी। गृह मंत्रालय ने इस घटना को गंभीरता से लिया और खुफिया रिपोर्टों के आधार पर उनकी सुरक्षा को तत्काल उच्च स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया।
Z श्रेणी की सुरक्षा का मतलब
Z श्रेणी की सुरक्षा में आमतौर पर लगभग 20 से 22 सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाते हैं। इनमें कमांडो, पीएसओ (Personal Security Officer) और स्थानीय पुलिस बल शामिल रहते हैं। रेखा गुप्ता को अब CRPF के कमांडो हर वक्त घेरे में रखेंगे, जबकि दिल्ली पुलिस उनके कार्यक्रमों और यात्राओं के दौरान लॉजिस्टिक सपोर्ट देगी। यह सुरक्षा कवर न केवल उनके आवास और कार्यस्थल तक सीमित रहेगा, बल्कि उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों, रैलियों और यात्रा मार्गों पर भी रहेगा।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
भाजपा नेताओं ने इस फैसले का स्वागत किया है। पार्टी का कहना है कि विपक्ष लगातार ऐसे नेताओं पर हमले की साजिश रचता रहता है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना जरूरी है। वहीं विपक्षी दलों का कहना है कि सुरक्षा का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए और सरकार को सभी जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा पर समान ध्यान देना चाहिए।
रेखा गुप्ता की प्रतिक्रिया
हमले के बाद रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं जनता की सेवा करने के लिए राजनीति में आई हूं। यह हमला मुझे रोक नहीं सकता। सरकार ने जो सुरक्षा दी है, उससे मुझे और मेरे परिवार को राहत मिली है। लेकिन मेरा असली विश्वास जनता के प्यार और समर्थन पर है।”
सुरक्षा विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि राजधानी दिल्ली में इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं। यदि एक जनप्रतिनिधि पर इस तरह का हमला हो सकता है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर भी सवाल उठता है। विशेषज्ञों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को केवल VIP सुरक्षा पर ही नहीं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा पर भी बराबर ध्यान देना चाहिए।
आगे की राह
गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि इस मामले की जांच तेजी से की जाए और हमले के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। साथ ही, सुरक्षा एजेंसियों को सांसदों और अन्य VIP नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था की समय-समय पर समीक्षा करने को कहा गया है।
रेखा गुप्ता को मिली यह नई संयुक्त Z सुरक्षा न केवल उनकी सुरक्षा का मजबूत कवच बनेगी, बल्कि यह संदेश भी देगी कि सरकार अपने जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती।