पंजाब बाढ़ 2025: PM मोदी का दौरा तय, 46 मौतें और 2000 गांव डूबे
पंजाब में बाढ़ 2025 ने भारी तबाही मचाई है। राज्य के 23 जिलों में लगातार बारिश और नदियों के उफान के कारण अब तक 46 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। लगभग 2000 गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। हजारों परिवार विस्थापित हुए हैं और कृषि भूमि पूरी तरह तबाह हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए जल्द ही पंजाब दौरा तय किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात कर केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र और तबाही
पंजाब बाढ़ 2025 के कारण सड़कों, पुलों और मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। लुधियाना, अमृतसर, पठानकोट और बठिंडा जैसे जिलों में बाढ़ के पानी ने ग्रामीण जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
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लगभग 2000 गांव जलमग्न
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सैकड़ों लोग फंसे हुए, जिन्हें NDRF और SDRF की मदद से निकाला गया
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कृषि फसलों को भारी नुकसान, किसानों की कमाई तबाह
स्थानीय प्रशासन और पुलिस राहत कार्यों में जुटी हुई है, लेकिन भारी बारिश और नदियों का उफान राहत प्रयासों को चुनौती दे रहा है।
PM मोदी का दौरा और राहत प्रयास
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्णय लिया है। उनका दौरा प्रभावित लोगों के लिए एक सहारा और राहत का संकेत माना जा रहा है।
केंद्र और राज्य सरकार मिलकर राहत कार्यों में लगे हैं। NDRF और SDRF टीमें प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही हैं। हेलीकॉप्टर और नावों का उपयोग कर फंसे लोगों को निकाला जा रहा है।
स्वास्थ्य संकट और सुरक्षा उपाय
बाढ़ के कारण स्वास्थ्य संकट भी गहराया है। गंदगी और जलजमाव के कारण संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने विशेष टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया है।
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फलों और पानी की सप्लाई जारी
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मेडिकल टीमें गंभीर मरीजों की मदद कर रही हैं
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निचले इलाकों में रहने वालों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में और बारिश की चेतावनी दी है। यदि बारिश जारी रही तो बाढ़ और भी विकराल रूप ले सकती है।
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नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है
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लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देश मानने की आवश्यकता
निष्कर्ष
पंजाब बाढ़ 2025 ने राज्य को संकट में डाल दिया है। अब तक 46 मौतें और 2000 गांवों का जलमग्न होना इस तबाही की गंभीरता दर्शाता है। PM मोदी के दौरे और राहत प्रयास प्रभावित लोगों के लिए राहत की किरण साबित हो सकते हैं।
राज्य सरकार और केंद्र सरकार को मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज करने की जरूरत है। आने वाले दिनों में मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेना आवश्यक है।