मेरी माँ के साथ RJD-Congress के मंच से किया गया दुर्व्यवहार: पीएम मोदी का विपक्ष पर तीखा पलटवार
PM मोदी बिहार RJD कांग्रेस हमला करते हुए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर करारा वार किया। उन्होंने कहा कि मेरी मां का अपमान कांग्रेस और आरजेडी के मंच से किया गया, जो केवल मुझे नहीं बल्कि पूरे भारत की संस्कृति और परंपरा का अपमान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में विपक्षी गठबंधन RJD-Congress पर जुबानी हमला बोला है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने RJD-Congress के मंच से मेरी माँ का अपमान किया। यह बयान बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान उत्पन्न उस विवाद को लेकर आया, जब दरभंगा की एक रैली में प्रधानमंत्री की दिवंगत माता के लिए आपत्तिजनक भाषा उपयोग की गई थी।
क्या हुआ था दरभंगा में?
दरभंगा की रैली के एक वीडियो में स्पष्ट सुनाई जा रहा था कि कुछ कार्यकर्ताओं ने मंच से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी माँ के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग किया। इस वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक तापमान बेहद तेज हो गया।
पीएम मोदी का निर्णायक रुख
पीएम मोदी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि मेरी माँ के साथ RJD-Congress के मंच से किया गया दुर्व्यवहार लोकतंत्र की मर्यादा का हनन है। उन्होंने विपक्ष को कटघरे में खड़ा करते हुए जनता से अपील की कि चुनाव में ऐसे अपशब्दों को जिम्मेदार ठहराया जाए।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
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भाजपा ने FIR दर्ज करवाई और कांग्रेस-RJD को कड़ा निशाना बनाया। पटना और बांका जैसे जिलों में विरोध प्रदर्शन और मोमबत्ती मार्च आयोजित किए गए।
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राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि “पीएम की माँ पर अपशब्द का इस्तेमाल लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाता है” और ऐसी स्थिति किसी लोकतंत्र में अस्वीकार्य है।
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असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने आश्वासन दिया कि बिहार की जनता इस अपशब्द की राजनीति का जवाब विधानसभा चुनाव में जरूर देगी।
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एक मुस्लिम नेता ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपी के खिलाफ फतवा जारी करने की मांग की।
भाजपा नेताओं का तीखा हमला
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “बिहार माता-सीता की धरती है। प्रधानमंत्री की माँ का अपमान करने का कृत्य अस्वीकार्य है, और इसकी जिम्मेदारी RJD-Congress गठबंधन को लेनी होगी।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे राजनीति की गिरावट बताया और कहा कि विपक्ष की भाषा लोकतांत्रिक मर्यादा पर चोट है।
लोक तिरस्कार और राजनीति की मर्यादा
कटिहार में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा दर्जनों कार्यकर्ताओं ने शहीद चौक पर पुतला जलाकर विरोध जताया। जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह केवल मोदीजी की माँ का अपमान नहीं, बल्कि हर भारतीय माँ के सम्मान का उल्लंघन था।
वहीं, बांका से भाजपा नेताओं ने रैली के ज़रिए प्रदर्शन करते हुए कहा कि विपक्ष ने बिहार की सुसंस्कृत राजनीतिक भाषा का अपमान किया है।
विरोध के पीछे का राजनीतिक उद्देश्य
विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद चुनावी राजनीति का हिस्सा है; विपक्ष राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में सीमा लांघते दिख रहा है। BJP इसे अपनी चुनावी स्थिति मजबूत करने का मौका मान रही है जबकि विपक्ष इसे व्यक्तिगत हमला कहकर अस्वीकार कर रहा है।
जनता की उदासीनता या गुस्सा
विपक्ष की इस बयानबाजी से जनता में असंतोष दिख रहा है। बिहार में विरोध प्रदर्शन युवाओं, महिलाओं और मंदिरीय संरचनाओं से जुड़े समूहों द्वारा सार्वजनिक मंचों पर हो रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि इस मुद्दे को केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सांस्कृतिक और राष्ट्रीय भावना से जोड़ा जा रहा है।
संघर्षपूर्ण लोकतंत्र: आगे की दिशा
यह विवाद संकेत देता है कि चुनावी मंचों पर व्यक्तिगत हमलों से बचने की आवश्यकता है। विपक्ष और सरकार दोनों को लोकतांत्रिक मर्यादा बनाए रखते हुए, विचारों की लड़ाई पर जोर देना चाहिए। बिहार की जनता इस घटना को एक परीक्षा के रूप में देख रही है—जहाँ मर्यादा की रक्षा ही निर्णायक होती है।
निष्कर्ष
यह कहानी दर्शाती है कि राजनीति में व्यक्तिगत गरिमा, विशेषकर माताओं का सम्मान, कितना संवेदनशील विषय है। माई मां RJD Congress मंच दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा और मर्यादा की चुनौतियाँ बनकर उभरती हैं।