पावागढ़ रोपवे हादसा: गुजरात में कार्गो रोपवे गिरा, 6 लोगों की मौत
गुजरात के पंचमहल जिले के प्रसिद्ध पावागढ़ पर्वत पर रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां कार्गो रोपवे टूटकर नीचे गिर गया, जिससे कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालु और मजदूर सामान लेकर पर्वत पर जा रहे थे। घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार भी हरकत में आ गई है।
पावागढ़ का महत्व
पावागढ़ पर्वत गुजरात का एक प्रमुख तीर्थस्थल है, जहां मां काली का ऐतिहासिक मंदिर स्थित है। नवरात्रि सहित अन्य पर्वों पर यहां लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। चूंकि पर्वत काफी ऊंचा है, इसलिए रोपवे ही यहां पहुंचने का मुख्य साधन है।
लंबे समय से यहां पैसेंजर और कार्गो रोपवे दोनों चल रहे हैं। पैसेंजर रोपवे से श्रद्धालु ऊपर जाते हैं जबकि कार्गो रोपवे का उपयोग सामान, निर्माण सामग्री और अन्य चीजों को पहुंचाने के लिए किया जाता है।
हादसे की घटना
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार्गो रोपवे अचानक तेज आवाज के साथ टूट गया और नीचे गिर गया। इस दौरान उसमें सवार मजदूर और श्रद्धालु भी संतुलन खो बैठे।
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6 लोगों की मौके पर मौत हो गई।
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कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
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घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
CCTV और स्थानीय चश्मदीदों के बयान के आधार पर जांच शुरू की गई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की खबर मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। एंबुलेंस और NDRF की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की। इसके साथ ही रोपवे ऑपरेटर कंपनी से जवाब-तलब किया गया है।
हादसे के कारणों की जांच
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कार्गो रोपवे की मेंटेनेंस में लापरवाही की गई थी।
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कुछ यात्रियों और मजदूरों ने पहले भी शिकायत की थी कि रोपवे में अजीब आवाज आती है।
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नियमित निरीक्षण और सुरक्षा चेकअप में खामियां सामने आई हैं।
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तकनीकी खराबी या ओवरलोडिंग को भी हादसे की वजह माना जा रहा है।
फिलहाल, जांच कमेटी गठित कर दी गई है, जो 7 दिनों में रिपोर्ट सौंपेगी।
श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में गुस्सा
इस हादसे ने श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि पावागढ़ जैसे धार्मिक स्थल पर सुरक्षा को लेकर गंभीर चूक अस्वीकार्य है।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रोपवे सिस्टम को पूरी तरह अपडेट किया जाए।
देशभर में चिंता
यह हादसा केवल गुजरात ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। भारत के कई राज्यों में पर्वतीय तीर्थस्थलों पर रोपवे संचालित किए जाते हैं।
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हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और बिहार में भी रोपवे प्रमुख साधन हैं।
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अगर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया, तो कहीं भी ऐसे हादसे दोहराए जा सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि रोपवे सिस्टम के लिए सख्त राष्ट्रीय स्तर की नीति और नियमित ऑडिट जरूरी है।
निष्कर्ष
पावागढ़ रोपवे हादसा ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। लाखों श्रद्धालुओं के विश्वास से जुड़े इस स्थल पर प्रशासन और ऑपरेटर की लापरवाही ने 6 मासूम लोगों की जान ले ली।
अब यह देखना होगा कि सरकार और संबंधित एजेंसियां इस घटना से क्या सबक लेती हैं और भविष्य में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाती हैं।