नई दिल्ली, 19 अगस्त 2025 — विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक आज दोपहर राष्ट्रीय उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करने वाला है। इस चुनाव की लड़ाई 9 सितंबर को होने वाली है। चर्चा में प्रमुख तीन नाम खत्म हो चुके प्रारंभिक सूची में शामिल हैं — पूर्व ISRO वैज्ञानिक Mylswamy Annadurai, “महात्मा गांधी के महान-पोते” Tushar Gandhi, और DMK सांसद Tiruchi Siva
चर्चा में नाम:
1. Mylswamy Annadurai (पूर्व ISRO वैज्ञानिक)
DMK की ओर से प्रस्तावित, Annadurai भारत के चंद्रयान (Chandrayaan-1, Chandrayaan-2) और मंगलयान (Mars Orbiter Mission) अभियानों के कार्यक्रम निदेशक रह चुके हैं। उन्हें ‘Moon Man of India’ कहा जाता है। इस गैर-राजनीतिक, प्रतिष्ठित व्यक्तित्व से विपक्ष भविष्य में “APJ Abdul Kalam मॉडल” का अनुभव दोहरा पा सकता है।
2. Tushar Gandhi (महात्मा गांधी के महान-पोते)
नगर कांग्रेस नेता तथा लेखक Tushar Gandhi का नाम भी अचानक चर्चाओं में आया है। उनके परिवार का गांधी-वृक्षीय राजनीतिक और प्रतीकात्मक महत्व उन्हें भावी उम्मीदवार के रूप में महत्वपूर्ण विकल्प बनाता है। गाजीपुर में पिछले कांग्रेस चुनाव अभियान में उनका सक्रिय योगदान खासतौर पर उल्लेखनीय रहा है।
3. Tiruchi Siva (DMK सांसद)
DMK के वरिष्ठ नेता Tiruchi N. Siva, जो वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं, का नाम भी उभर कर सामने आया है। उनके पास राजनीतिक अनुभव और दक्षिण क्षेत्र की पहचान दोनों हैं। यह नाम विशेष रूप से दक्षिण भारतीय पहचान को ध्यान में रखकर पेश किया गया है।
विपक्ष की रणनीति और राजनीति:
INDIA ब्लॉक की बैठक सोमवार शाम कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार तय करने पर सहमति बनी, लेकिन अंतिम निर्णय आज शाम तक टाल दिया गया।
देशहित और संवैधानिक गरिमा की प्रासंगिकता को ध्यान में रखते हुए, विपक्ष गैर-राजनीतिक और प्रतिष्ठित व्यक्तित्व को तरजीह देना चाह रहा है। इससे यह संदेश भी जाएगा कि विपक्ष भारतीय लोकतंत्र और विचारधारात्मक सामरस्य को रेखांकित करना चाहता है। विपक्ष का यह निर्णय बीजेपी-NDA द्वारा नामित C.P. Radhakrishnan — जो महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और दक्षिण भारतीय पहचान के प्रतिनिधि भी — कि उम्मीदवारी का जवाब भी हो सकता है।
निष्कर्ष:
INDIA ब्लॉक आज दोपहर अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगा, और यह विकल्प भविष्य की राजनीतिक क्षितिज पर विपक्ष की रणनीतिक स्थिति और एकता पर प्रकाश डालेगा। चाहे Annadurai का वैज्ञानिक मॉडल हो, Gandhi का गांधीवादी सांकेतिक वजन, या Siva का राजनीतिक अनुभव—यह घोषणा लोकतांत्रिक ताकत और विपक्ष की स्वतंत्र सोच का प्रतीक होगी।