Saturday, October 18, 2025
Saturday, October 18, 2025
HomeNationalकुलगाम एनकाउंटर एक आतंकी ढेर अफसर और जवान घायल: J-K में बड़ा...

कुलगाम एनकाउंटर एक आतंकी ढेर अफसर और जवान घायल: J-K में बड़ा ऑपरेशन जारी

कुलगाम एनकाउंटर एक आतंकी ढेर अफसर और जवान घायल—जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले में सोमवार सुबह शुरू हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया। जवाबी गोलीबारी में एक अफसर और तीन जवान घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और ऑपरेशन अभी जारी है।

कुलगाम एनकाउंटर एक आतंकी ढेर अफसर और जवान घायल—कुलगाम में हुए इस एनकाउंटर में एक आतंकी ढेर, अफसर समेत तीन जवान घायल — यह वाकया सुरक्षा बलों की चाक-चौबंद कार्रवाई और आतंकवाद से निपटने की ज़रूरत दोनों पर प्रकाश डालता है। जम्मू और कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त तलाशी एवं प्रतिक्रिया में यह संघर्ष तेज हुआ। इस रिपोर्ट में हम इस एनकाउंटर का पूरा विश्लेषण प्रस्तुत करते हैं।

कुलगाम एनकाउंटर एक आतंकी ढेर अफसर और जवान घायल – मुठभेड़ की पृष्ठभूमि

घटना सोमवार सुबह उस समय शुरू हुई जब जम्मू और कश्मीर पुलिस को विशेष गुप्त सूचना मिली कि कुलगाम ज़िले के गुदर (Guddar) क्षेत्र में आतंकी छिपे हैं। इसके बाद भारतीय सेना, J&K पुलिस और CRPF ने मिलकर व्यापक खोज अभियान (Operation Guddar) आरंभ किया। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरते हुए तलाशी कार्रवाई तेज कर दी। अचानक आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी और इसके तुरंत बाद जवाबी कार्रवाई हुई।

2. एक आतंकी ढेर, अन्य आतंकियों की आशंका

इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी को ढेर कर दिया गया। सेना प्रवक्ता ने बताया कि यह हमला तभी हुआ, जब सुरक्षाबलों ने संदिग्ध गतिविधि देखी—जिसपर आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी की मौत हुई। प्रभारी सूत्रों के अनुसार, अभी दो से तीन आतंकी इलाके में फंसे हो सकते हैं, इसलिए ऑपरेशन अभी जारी है।

3. अफसर और तीन जवान घायल

इस मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशन अधिकारी (Affsar) और दो अन्य जवान घायल हुए हैं। शुरुआती रिपोर्ट्स में उन्हें सामने रखकर चल रही कार्रवाई में गोली लगी बताई गई है। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। ताज़ा विवरण के अनुसार तीन सैनिक घायल हुए हैं, जिसमें एक अफसर शामिल है।

4. ऑपरेशन की मुश्किलें और आगे की रणनीति

सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की ऊँचाइयों और वनस्पति की घनी संरचना को देखते हुए अतिरिक्त फोर्सेस तैनात की हैं। एहतियातन हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से इलाके का हवाई सर्वे किया जा रहा है। अब तक यह पुष्टि नहीं हुई की घायल जवानों में कौन कौन सी रैंक के हैं, लेकिन सेना के बयान में इस एनकाउंटर की गंभीरता स्पष्ट झलक रही है।

5. पिछली घटनाओं से तुलना

यह पहला ऐसा एनकाउंटर नहीं है—पिछले महीने “ऑपरेशन अखल” (Operation Akhal) के दौरान लगातार संघर्ष हुआ था जिसमें कई जवान शहीद और घायल हुए थे, और आतंकियों को मार गिराया गया था। इसी प्रकार, अगस्त में कुलगाम में हुए एक और संघर्ष में दो आतंकियों की मौत और तीन जाबांज़ जवानों की चोटें दर्ज की गईं थीं। यह घटना कश्मीर घाटी में आतंकवाद को खत्म करने की कोशिशों में अहम कड़ी बनी हुई है।

6. नागरिक सुरक्षा और मीडिया प्रतिबंध

आकस्मिक विनाश और आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बलों ने आसपास के गाँवों में कर्फ्यू लगाया और निकास मार्गों को सील कर दिया। यह स्ट्रेटेजी आतंकियों को सहयोग न मिल सके, ऐसा सुनिश्चित करने के लिए है। साथ ही मीडिया से भी निर्देश दिए गए हैं कि वे ऑपरेशन सीन को लाइव नहीं दिखाएं या किसी रणनीतिक जानकारी को उजागर न करें।

7. दूसरी ओर, SOG की भूमिका

इस प्रकार की काउंटर इन्सर्जेंसी कार्रवाई में जम्मू-कश्मीर पुलिस का Special Operations Group (SOG) महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी शुरुआत 1994 में हुई थी और यह टीम जटिल इलाके में त्वरित, कुशल और गुप्त अभियानों के लिए प्रशिक्षण प्राप्त होती है। SOG की मौजूदगी ऐसे ऑपरेशंस में अक्सर निर्णायक भूमिका निभाए है।

रूपरेखा तालिका: घटना का संक्षिप्त सार

पहलू विवरण
स्थान और समय कुलगाम (Guddar क्षेत्र), सोमवार सुबह
शामिल सुरक्षा बल भारतीय सेना, J&K पुलिस, CRPF
घायलों की स्थिति एक अफसर और दो जवान घायल, अस्पताल में इलाज जारी
आतंकियों की स्थिति एक ढेर, दो-तीन अभी भी इलाके में हो सकते हैं
रणनीति ड्रोन/हेलीकॉप्टर सहायता, आसपास गाँवों में कर्फ्यू
पिछली प्रासंगिक घटनाएँ Operation Akhal, अगस्त में दूसरे एनकाउंटर
SOG की भूमिका तेज़, गुप्त और रणनीतिक ऑपरेशन में अहम योगदान

निष्कर्ष

कुलगाम में यह एनकाउंटर “एक आतंकी ढेर, अफसर और तीन जवान घायल” की घटना केवल एक समाचार नहीं, बल्कि आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई में सशस्त्र बलों की दृढ़ता का प्रतीक है। यह ऑपरेशन यह भी दर्शाता है कि सुरक्षा बल आतंकवाद को मिटाने के लिए कितनी सावधानी से और कितनी रणनीतिक तैयारी के साथ कार्य कर रहे हैं। जैसे-जैसे ऑपरेशन आगे बढ़ेगा, इस संघर्ष का पूरा सच सामने आएगा—और यह बताएगा कि कश्मीर घाटी में शांति की राह कितनी कठिन है।

संबंधित खबरें

Most Popular

HTML Snippets Powered By : XYZScripts.com