Tylenol और ऑटिज़्म लिंक — ट्रम्प की चेतावनी और वैज्ञानिक घटनाएँ
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने हाल ही में Tylenol और ऑटिज़्म लिंक को लेकर एक विवादित दावा किया है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं (pregnant women) से कहा है कि वे Tylenol (जिसमें सक्रिय संघटक एजिटामिनोफेन/acetaminophen होता है) का उपयोग न करें क्योंकि उनके अनुसार यह ऑटिज़्म के खतरे से जुड़ा हो सकता है। लेकिन इस Tylenol और ऑटिज़्म लिंक के दावे पर विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि वर्तमान वैज्ञानिक प्रमाण इसे पूरी तरह पुष्ट नहीं करते।
ट्रम्प ने क्या कहा — Tylenol और ऑटिज़्म लिंक के बारे में उनके आरोप
ट्रम्प के मुख्य बयानों का सार
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ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गर्भवती महिलाओं से कहा कि “Tylenol मत लो”, और इस बारे में चिंता जताई कि यह दर्द निवारक दवा उपयोग से ऑटिज़्म का जोखिम बढ़ सकता है।
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उन्होंने यह भी कहा कि Tylenol (acetaminophen) केवल “बड़ी ज्वर (high fever)” या विशेष आवश्यकता होने पर ही लिया जाना चाहिए।
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ट्रम्प ने वैक्सीन-शेड्यूल (vaccination schedule) में बदलाव करने की ओर संकेत किया, जैसे कि एक साथ बहुत सारे वैक्सीन नहीं देना चाहिए, वैक्सीन सामग्री जैसे कि मरकरी या एल्यूमिनियम को हटाना चाहिए ऐसी बातें उन्होंने उठाईं।
क्या वैज्ञानिक प्रमाण इस Tylenol और ऑटिज़्म लिंक को समर्थन देते हैं?
विरोधी शोध और विशेषज्ञों की राय
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चिकित्सा संगठनों जैसे American College of Obstetricians and Gynecologists (ACOG) और Society for Maternal-Fetal Medicine ने ट्रम्प के दावों को “पुरे आधार पर वैज्ञानिक प्रमाण नहीं” मानते हुए, आवश्यक दवा के उपयोग से इंकार किए बिना सावधानी अपनाने की सलाह दी है।
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एक बड़े अध्ययन में, स्वीडन में लगभग 2.4 मिलियन बच्चों के डेटा के आधार पर ये निष्कर्ष निकला है कि गर्भावस्था के दौरान paracetamol exposure और ऑटिज़्म या ADHD जैसे न्यूरो-डेवलपमेंटल विकारों के बीच कोई स्पष्ट कारण-परिणाम (causal) संबंध नहीं पाया गया है।
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वैज्ञानिकों ने यह कहा है कि कुछ अध्ययनों ने संभावना (association) देखी है लेकिन ये observational studies हैं, न कि randomized controlled trials जो प्रमाण देते हैं कि Tylenol लेना निश्चित रूप से ऑटिज़्म का कारण है।
संभावित सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभाव और चिंताएँ
गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम व सावधानियाँ
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यदि गर्भवती महिलाएँ डर या भ्रम की वजह से (Tylenol और ऑटिज़्म लिंक के दावे से) इस दवा से पूरी तरह इंकार कर दें, तो उन्हें बुखार या दर्द के प्रबंधन में कठिनाई हो सकती है, जो स्वयं माँ और भ्रूण दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है।
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कई चिकित्सक यह कहते हैं कि Tylenol एक सुरक्षित विकल्प है जब अनुमत खुराक में उपयोग हो और अन्य दवाएँ हाथ में ना हों। गर्भावस्था के दौरान Ibuprofen जैसे NSAIDs (nonsteroidal anti-inflammatory drugs) से अधिक जोखिम होता है।
मेडिकल समुदाय की आपत्तियाँ
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विशेषज्ञों ने यह आलोचना की है कि ट्रम्प का बयान “irresponsible” हो सकता है क्योंकि यह गर्भवती महिलाओं में डर का माहौल बना सकता है।
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साथ ही, यह भी कहा गया है कि संवाद की जरूरत है — जोखिम-फायदे (risk-benefit) तुलना की जाए, भ्रूण पर ज्वर का असर और दर्द का प्रबंधन है।
सरकारी कदम व नीतिगत बदलाव
FDA और स्वास्थ्य विभाग की पहल
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ट्रम्प प्रशासन ने प्रस्तावित किया है कि FDA Tylenol (acetaminophen) की पैकेजिंग लेबल में बदलाव करे ताकि गर्भवती महिलाओं को संभावित जोखिमों की जानकारी मिले।
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स्वास्थ्य विभाग (Health and Human Services) और रोग नियंत्रण एजेंसियों के बीच ऑटिज़्म के कारणों की खोज के लिए नए अध्ययनों को बढ़ावा देने की योजना है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि Folinic acid (Leucovorin) जैसे फार्माकोलॉजिक विकल्पों की संभावित भूमिका को खंगाला जाए।
पारदर्शिता की माँग और आगे की जरूरतें
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वैज्ञानिकों और सार्वजनिक स्वास्थ्य समूहों ने सरकार से यह अनुरोध किया है कि वो प्रयोगशाला प्रमाण (peer-reviewed studies), बड़े पैमाने पर आबादी-आधारित डेटा, और लंबे-अवधि के ट्रायल्स का हवाला दें।
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साथ ही यह सुझाव है कि गर्भवती महिलाओं को अपनी डॉक्टर से सलाह लेने, दवा के विकल्पों, खुराक और आवश्यकता की स्थिति के अनुसार निर्णय लेने चाहिए। उपयुक्त दिशा-निर्देशन की आवश्यकता है।
निष्कर्ष — Tylenol और ऑटिज़्म लिंक विवाद और भविष्य
निष्कर्ष स्वरूप, Tylenol और ऑटिज़्म लिंक विषय पर ट्रम्प का बयान चिकित्सा जगत में विवादित है। जबकि उन्होंने इस सम्बंध के संभावित खतरों की ओर ध्यान आकर्षित किया है, वर्तमान वैज्ञानिक प्रमाण इस दावे को पूरी तरह मान्यता नहीं देते। गर्भवती महिलाओं को भय या अफवाहों के आधार पर निर्णय नहीं लेना चाहिए, बल्कि चिकित्सीय परामर्श के साथ चलना चाहिए।
अतः यह आवश्यक है कि:
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मेडिकल समुदाय और स्वास्थ्य विभाग पारदर्शी अध्ययन करें।
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गर्भावस्था के दौरान दर्द या ज्वर पर कोई निर्णय लेने से पहले पेशेवर सलाह ज़रूरी है।
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सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश (guidelines) वैज्ञानिक प्रमाणों पर आधारित होने चाहिए।