Wednesday, August 27, 2025
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मनोज कुमार की ये 5 देशभक्ति फिल्में आज भी दिल को छू जाती हैं – क्या आपने देखी हैं?

अगर नहीं देखी हैं तो एक बार जरूर देखें – नंबर 2 वाली फिल्म में है ऐसा ट्विस्ट जो आपको चौंका देगा!

भारतीय सिनेमा में अगर देशभक्ति की बात हो और मनोज कुमार का नाम न लिया जाए, तो ये अधूरा होगा। मनोज कुमार को भारत कुमार के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने देशभक्ति पर आधारित फिल्मों में जो काम किया है, वो किसी मिसाल से कम नहीं। उनकी फिल्मों में न केवल कहानी दमदार होती थी, बल्कि उसमें भारतीय संस्कृति, मूल्यों और राष्ट्रप्रेम की झलक भी दिखाई देती थी। आइए जानते हैं मनोज कुमार की 5 ऐसी आइकॉनिक फिल्में जो हर भारतीय को एक बार जरूर देखनी चाहिए।

1. उपकार (Upkar – 1967)
यह फिल्म ‘जय जवान, जय किसान’ के संदेश पर आधारित है। इसमें मनोज कुमार ने एक किसान और सैनिक दोनों की भूमिका निभाई है। फिल्म में उन्होंने बताया कि एक देश के लिए खेतों और सीमाओं दोनों की रक्षा जरूरी है। इस फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था।

2. पूरब और पश्चिम (Purab Aur Paschim – 1970)
यह फिल्म आज के समय में भी उतनी ही प्रासंगिक है। इसमें उन्होंने दिखाया कि पश्चिमी संस्कृति अपनाने के चक्कर में हम अपनी जड़ों को न भूलें। फिल्म में एक बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब विदेशी सोच रखने वाले पात्र भारत की असली संस्कृति को जानकर बदल जाते हैं।

3. शहीद (Shaheed – 1965)
भगत सिंह के जीवन पर आधारित यह फिल्म आज भी युवाओं में जोश भर देती है। मनोज कुमार ने भगत सिंह का किरदार निभाकर उसे जीवंत कर दिया था। उनका अभिनय, संवाद और भावनाएं हर दर्शक के दिल में उतर जाती हैं।

4. रोटी कपड़ा और मकान (Roti Kapda Aur Makaan – 1974)
यह फिल्म सिर्फ देशभक्ति नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दों को भी उजागर करती है। बेरोजगारी, गरीबी और व्यवस्था की विफलताओं पर सीधा वार करती है। फिल्म का गाना “मेरे देश की धरती सोना उगले” आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है।

5. क्रांति (Kranti – 1981)
बॉलीवुड के इतिहास में सबसे बड़ी मल्टी-स्टारर फिल्मों में से एक रही ये फिल्म स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित थी। दिलीप कुमार और मनोज कुमार की ये जोड़ी दर्शकों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं थी।

मनोज कुमार की ये फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं। आज की पीढ़ी को इन फिल्मों को देखना चाहिए ताकि उन्हें यह समझ में आए कि सिनेमा सिर्फ ग्लैमर नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करने का एक माध्यम भी हो सकता है।

Satyam sharma
Satyam sharma
पिछले तीन वर्षों से मैं क्राइम, राजनीति, लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट जैसे सभी प्रमुख विषयों पर प्रभावशाली और विश्वसनीय ख़बरें लिख रहा हूँ। हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हुए, मैंने एक कुशल और बहुआयामी पत्रकार के रूप में अपनी पहचान स्थापित की है। लेखन में निरंतर गुणवत्ता मेरी प्राथमिकता है।
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