राजधानी लखनऊ में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में अचानक विस्फोट हो गया, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे तक टूट गए और इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
हादसे की जानकारी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, फैक्ट्री में रविवार सुबह काम चल रहा था, तभी अचानक जोरदार धमाका हुआ। देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री आग की लपटों में घिर गई। आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाकर पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। राहत और बचाव कार्य शुरू होते ही घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पाने में कई घंटे लग गए। विस्फोट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि फैक्ट्री की छत और दीवारें पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं।
मृतक और घायलों की स्थिति
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि 6 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। कई की हालत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है।
CM योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने घायलों को हरसंभव बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। अवैध रूप से पटाखे बनाने और स्टोर करने वालों पर नकेल कसने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
लखनऊ पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था।
पुलिस ने आसपास के इलाकों को घेराबंदी कर लिया है ताकि किसी और तरह की दुर्घटना से बचा जा सके।
स्थानीय लोगों में दहशत
इस हादसे के बाद से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश और डर का माहौल है। उनका कहना है कि प्रशासन को पहले ही ऐसी अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करनी चाहिए थी। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री लंबे समय से चल रही थी और बार-बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश में पटाखा फैक्ट्रियों में हादसों की घटनाएं नई नहीं हैं। बीते वर्षों में भी कई जिलों से इस तरह की घटनाओं की खबरें आती रही हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। इस बार का हादसा फिर से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।
निष्कर्ष
लखनऊ का यह हादसा राज्य में अवैध पटाखा फैक्ट्रियों की सच्चाई को उजागर करता है। सवाल यह उठता है कि आखिर प्रशासन की नाक के नीचे ऐसे कारखाने कैसे फल-फूल रहे हैं? मुख्यमंत्री ने जांच और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं, लेकिन असली चुनौती इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोकने की होगी।