उत्तर प्रदेश के शामली जिले में कानून व्यवस्था को चुनौती देती एक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है। रविवार देर रात एक व्यापारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उसका शव एक ढाबे के पास खून से लथपथ हालत में मिला। घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है और परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
कैसे हुई वारदात?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक व्यापारी रात को अपने काम से घर लौट रहा था। इसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने उसे रोक लिया और लोहे की रॉड तथा डंडों से बेरहमी से पिटाई की। व्यापारी गंभीर रूप से घायल होकर मौके पर ही गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई।
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वारदात शामली-करनाल हाईवे पर एक ढाबे के पास हुई।
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राहगीरों ने व्यापारी को खून से लथपथ हालत में देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
मृतक की पहचान
पुलिस ने मृतक की पहचान 42 वर्षीय व्यापारी [नाम पुलिस की पुष्टि के बाद जारी होगा] के रूप में की है। वह शामली शहर में किराना कारोबार से जुड़ा था।
परिजनों ने बताया कि मृतक रोजाना देर रात कारोबार निपटाकर घर लौटता था। घटना वाली रात भी वह समय पर घर नहीं पहुंचा, जिसके बाद परिजन चिंतित हो गए थे।
घटना स्थल पर अफरा-तफरी
जैसे ही शव मिलने की खबर फैली, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। लोगों ने कहा कि यह हत्या सोची-समझी साजिश के तहत की गई है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया—
“जब हमने देखा तो व्यापारी खून से लथपथ पड़ा था। उसके शरीर पर कई जगह गहरे घाव थे। लगता है कि उसकी बुरी तरह पिटाई की गई है।”
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल से कुछ सबूत भी जुटाए गए हैं।
शामली एसपी ने बताया:
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“हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।”
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“सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।”
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“जुर्म में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
पुरानी रंजिश की ओर इशारा
प्रारंभिक जांच में पुलिस को आशंका है कि हत्या के पीछे पुराना कारोबारी विवाद या व्यक्तिगत रंजिश हो सकती है। हालांकि, लूट की संभावना को भी खारिज नहीं किया गया है क्योंकि मृतक के पास मौजूद मोबाइल और कुछ कागजात मौके से गायब मिले हैं।
इलाके में दहशत और गुस्सा
व्यापारी की हत्या से स्थानीय कारोबारियों और निवासियों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि शामली और आसपास के क्षेत्रों में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं और पुलिस सिर्फ बयानबाजी कर रही है।
स्थानीय व्यापारी संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा—
“अगर पुलिस ने समय रहते सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की होती तो इस तरह की घटना नहीं होती। व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध
बीते कुछ हफ्तों में यूपी के कई जिलों से हत्या, लूट और फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं। खासतौर पर पश्चिमी यूपी में अपराधियों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।
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कुछ दिन पहले मेरठ में भी एक कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में भी आपसी रंजिश में कई हत्याएं हो चुकी हैं।
इन घटनाओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
राजनीति में उठा मुद्दा
घटना के बाद विपक्षी दलों ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। विपक्ष का कहना है कि सरकार अपराध रोकने में विफल रही है और प्रदेश में ‘जंगलराज’ जैसा माहौल बन गया है।
वहीं, सत्ताधारी दल का कहना है कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस जल्द ही दोषियों को पकड़ लेगी।
पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
व्यापारी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के छोटे बच्चों ने पिता को खो दिया, जबकि पत्नी का रो-रोकर हाल बेहाल है। परिवार न्याय और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।
निष्कर्ष
शामली में व्यापारी की हत्या ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर यूपी पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था कितनी प्रभावी है। दिन-ब-दिन बढ़ते अपराधों ने आम लोगों को असुरक्षित महसूस कराने पर मजबूर कर दिया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कितनी तेजी से अपराधियों को पकड़कर पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाता है।