आज Economic Times World Leaders Forum 2025 (ET WLF 2025) का दो दिवसीय विश्व नेता मंच दिल्ली में शुरू हो गया है। इस सम्मेलन में ग्लोबल बिजनेस, राजनीति, तकनीक और नीति निर्धारकों के प्रमुख चेहरे शामिल हैं, और यह “The Next Global Order: Power, Purpose & Partnership” विषय के तहत आयोजित हो रहा है।
उद्घाटन और प्रमुख वक्ता
दोपहर में सिवाकुमार सुंदरम (CEO, The Times of India) ने ओपनिंग संबोधन किया, जिसके बाद Radisson Hotel Group के CEO Federico J. González ने ग्लोबल बिजनेस के अग्रिम चुनौतियों और अनिश्चितताओं पर अपने विचार साझा किए।
इसके साथ कई प्रधान समिट सत्र आयोजित किये गए, जिनमें जन्हवी कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा जैसे बॉलीवुड सितारे भी शामिल हुए, एक सत्र में उन्होंने बॉलीवुड के परिवर्तन – परंपरा और आधुनिकता पर चर्चा की।
ऊर्जा और ग्लोबल पावर डायनेमिक्स
सम्मेलन का एक प्रमुख पैनल “Powering the Trillion-Dollar Energy Transition” ऊर्जा संक्रमण पर केंद्रित था, जिसमें Tata Power के CEO, Suzlon ग्रुप के सह-संस्थापक, और अन्य विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने सौर और पवन ऊर्जा क्षमता, नविकरणीय ऊर्जा से रोजगार सृजन और 2030 तक लक्ष्यों की प्राप्ति जैसे विषयों को उठाया।
इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की रणनीतिक महत्वपूर्ण भूमिका, ऊर्जा सुरक्षा, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला स्थिरता, तथा रक्षा निर्यात में बढ़ोतरी जैसे मुद्दों पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से वैश्विक आर्थिक और रणनीतिक क्षितिज में अपनी पैठ बढ़ा रहा है।
वैश्विक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
सम्मेलन में विदेशी वक्ताओं में पर्याप्त संख्या में अंतरराष्ट्रीय प्रमुख चेहरों ने हिस्सा लिया है, जिनमें John Kerry, Shashi Tharoor, और Matteo Renzi शामिल हैं। ये वक्ता वैश्विक कूटनीति, वैश्विक व्यवस्था और multipolar विश्व जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श करेंगे।
भविष्य के एजेंडे
ET WLF 2025 में आने वाले दूसरे दिन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगे। इसके अलावा कई केंद्रीय मंत्री, जैसे कि एस. जयशंकर, नितिन गडकरी, पियुष गोयल भी महत्वपूर्ण सत्रों में हिस्सा लेंगे।
भारत का वैश्विक मंच पर बढ़ता प्रभाव
ET WLF 2025 का आयोजन भारत को वैश्विक नीति और आर्थिक चर्चाओं में अग्रणी भूमिका सौंपने का एक मंच बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम प्रतीत होता है। यह न केवल बिजनेस और तकनीक, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक बदलावों पर भी रणनीतिक संवाद को उत्तेजित करेगा।
Navchetna News के विश्लेषण में, यह फोरम इस मायने में महत्वपूर्ण है कि यह भारत की बदलती वैश्विक भूमिका, ऊर्जा संक्रमण, आपूर्ति श्रृंखला स्थिरता और राजनीतिक बहुपक्षीयता जैसे विषयों पर दिशा-निर्देश तय कर सकता है।