भारतीय क्रिकेट टीम के चयन को लेकर हमेशा से चर्चा होती रही है, लेकिन इस बार एशिया कप 2025 के लिए टीम इंडिया की घोषणा ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। टीम में शुभमन गिल की वापसी और उन्हें उपकप्तान बनाए जाने पर पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने गंभीर सवाल उठाए हैं। उथप्पा का मानना है कि गिल को लंबे समय बाद टी20 में लाकर चयनकर्ताओं ने खुद टीम के लिए एक चुनौती खड़ी कर दी है।
गिल ने अपना आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच जुलाई 2024 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इसके बाद वे टेस्ट क्रिकेट पर फोकस करते रहे, जहां उन्होंने कप्तान के रूप में शानदार प्रदर्शन किया। रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 25 वर्षीय गिल को टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई थी। इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज में उन्होंने न केवल कप्तानी में बल्कि बल्लेबाजी में भी धाक जमाई। इस सीरीज का नतीजा 2-2 से ड्रॉ रहा, लेकिन गिल की बल्लेबाजी ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए।
फिर भी, रॉबिन उथप्पा का कहना है कि टी20 प्रारूप में एक साल से ज्यादा समय तक दूर रहने के बाद अचानक से गिल को लाना और उन्हें उपकप्तान बना देना टीम के लिए जोखिम भरा फैसला है। उन्होंने कहा, “गिल शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें इतने लंबे अंतराल के बाद टी20 में शामिल करना और नेतृत्व की भूमिका देना टीम के लिए उलझन पैदा कर सकता है।”
गिल के चयन को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे टीम मैनेजमेंट का फ्यूचर प्लान मान रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि इस फैसले से टीम के संतुलन पर असर पड़ सकता है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि गिल का अनुभव उन्हें एक मजबूत नेता बना सकता है, लेकिन उनके पास हाल के टी20 अनुभव की कमी एक बड़ी चुनौती होगी।
अब देखना यह होगा कि गिल एशिया कप में अपने प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देते हैं या नहीं। इस टूर्नामेंट में उनका बल्ला ही नहीं, बल्कि उनकी कप्तानी क्षमता भी कसौटी पर होगी।