Gold Rate: धनतेरस से पहले टूटा रिकॉर्ड, जानिए आपके निवेश में कितना होना चाहिए Gold?
Gold Rate आज फिर से रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। धनतेरस और दिवाली से पहले सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। निवेशक और आम लोग दोनों यह जानना चाहते हैं कि मौजूदा भावों पर सोना खरीदना फायदेमंद रहेगा या नहीं। आइए जानते हैं आज का ताजा Gold Rate, दाम बढ़ने के कारण और निवेश के सही तरीके।
आज का Gold Rate (13 अक्टूबर 2025)
आज यानी 13 अक्टूबर 2025 को भारत के प्रमुख शहरों में Gold Rate इस प्रकार हैं:
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मुंबई: ₹11,745 प्रति ग्राम (24 कैरेट)
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दिल्ली: ₹11,780 प्रति ग्राम (24 कैरेट)
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चेन्नई: ₹11,720 प्रति ग्राम (24 कैरेट)
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कोलकाता: ₹11,760 प्रति ग्राम (24 कैरेट)
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MCX गोल्ड फ्यूचर्स: ₹1,23,977 प्रति 10 ग्राम
इस तरह पिछले एक हफ्ते में Gold Rate में करीब ₹1,200 प्रति 10 ग्राम की बढ़त दर्ज की गई है, जो निवेशकों के लिए संकेत देता है कि बाजार में फिर से सोने की चमक लौट आई है।
Gold Rate में उछाल के तीन बड़े कारण
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी
हाल के दिनों में अमेरिकी डॉलर में गिरावट देखने को मिली है, जिससे सोना वैश्विक स्तर पर निवेशकों के लिए सुरक्षित संपत्ति बन गया है। डॉलर कमजोर होने से विदेशी निवेशक Gold में निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे Gold Rate पर सीधा असर पड़ा है।
2. मध्य पूर्व और गाजा संघर्ष का प्रभाव
गाजा युद्ध और मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने से निवेशक सुरक्षित विकल्प तलाश रहे हैं। सोना पारंपरिक रूप से “सेफ हेवन” माना जाता है। यही वजह है कि भू-राजनीतिक अस्थिरता ने Gold Rate को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
3. धनतेरस और दिवाली की घरेलू डिमांड
भारत में धनतेरस और दिवाली के दौरान सोना खरीदने की परंपरा रही है। इस समय मांग बढ़ने से ज्वैलर्स के पास स्टॉक कम हो रहा है, जिससे खुदरा बाजार में Gold Rate और बढ़ रहा है।
निवेशकों के लिए Gold Rate पर नजर रखना क्यों जरूरी?
Gold Rate सिर्फ सोना खरीदने वालों के लिए नहीं, बल्कि निवेशकों के लिए भी अहम संकेतक है। आर्थिक मंदी, महंगाई और ब्याज दरों में बदलाव के समय सोना एक संतुलनकारी निवेश साबित होता है।
Gold ETF और Digital Gold का विकल्प
अगर आप फिजिकल सोना नहीं खरीदना चाहते, तो Gold ETF, Sovereign Gold Bonds (SGB) और Digital Gold में निवेश कर सकते हैं। ये विकल्प सुरक्षित हैं और आप बाजार भाव के अनुसार कभी भी खरीद-बिक्री कर सकते हैं।
आपके निवेश में कितना होना चाहिए Gold?
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के कुल निवेश पोर्टफोलियो का 10%–15% हिस्सा सोने में होना चाहिए। इससे जोखिम संतुलित रहता है और बाजार की अस्थिरता से सुरक्षा मिलती है।
यदि आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं, तो आज का Gold Rate ऊंचा होने के बावजूद नियमित निवेश (SIP के रूप में Gold ETF) आपके औसत खरीद मूल्य को संतुलित रख सकता है।
RBI की रिपोर्ट से क्या संकेत?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत का सोने का भंडार इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है। यह संकेत है कि सरकार भी सोने को दीर्घकालिक सुरक्षित संपत्ति मानती है।
RBI और कई केंद्रीय बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा सोने में बढ़ा रहे हैं, जिससे Gold Rate को दीर्घकालिक समर्थन मिल रहा है।
आने वाले हफ्तों में Gold Rate का रुख
विश्लेषकों का अनुमान है कि दिवाली तक Gold Rate ₹12,000 प्रति ग्राम तक पहुंच सकता है। यदि डॉलर कमजोर बना रहा और गाजा-इज़राइल स्थिति बिगड़ती है, तो सोना निवेशकों के लिए और आकर्षक बन सकता है।
हालांकि, अल्पकालिक निवेशकों के लिए यह स्तर ऊंचा हो सकता है, इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि धीरे-धीरे निवेश करें और मौजूदा उच्च स्तर पर बड़ी खरीद से बचें।
निष्कर्ष: धनतेरस पर खरीदें लेकिन समझदारी से
Gold Rate में मौजूदा तेजी उत्सवों और अंतरराष्ट्रीय हालात दोनों का नतीजा है। धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन निवेश के नजरिए से अपनी आर्थिक स्थिति और जरूरत को ध्यान में रखकर फैसला लें।
सोना लंबी अवधि में हमेशा सुरक्षित रिटर्न देता है, लेकिन अल्पकाल में उतार-चढ़ाव से बचने के लिए संयम जरूरी है।