Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – इंतज़ार से शुरू हुई अहम मुलाकात
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir खबर ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में हलचल मचा दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर से मुलाकात की। इस मुलाकात की खासियत यह रही कि दोनों नेताओं को ट्रंप से मिलने के लिए करीब एक घंटे तक इंतज़ार करना पड़ा।
कूटनीतिक लिहाज से यह इंतज़ार सिर्फ देरी नहीं, बल्कि एक संदेश माना जा रहा है। अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में लंबे समय से खटास और उतार-चढ़ाव देखे जाते रहे हैं। ऐसे में यह घटना चर्चा का मुख्य विषय बन गई है।
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – मुलाकात का महत्व
यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब पाकिस्तान आर्थिक संकट, आंतरिक राजनीतिक अस्थिरता और पड़ोसी देशों के साथ तनाव से जूझ रहा है। पाकिस्तान के लिए अमेरिका की कूटनीतिक और वित्तीय मदद बेहद अहम मानी जाती है।
दूसरी ओर, डोनाल्ड ट्रंप फिर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में सक्रिय हैं और पाकिस्तान से बातचीत उनके चुनावी एजेंडे का हिस्सा भी हो सकती है। मुलाकात में अफगानिस्तान की स्थिति, आतंकवाद, भारत-पाक संबंध और अमेरिका-पाकिस्तान साझेदारी जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – 1 घंटे इंतज़ार का क्या मतलब?
कूटनीतिक शिष्टाचार में समय पर मुलाकात करना बेहद अहम माना जाता है। लेकिन ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख को एक घंटे इंतज़ार कराना कई मायनों में पावर प्ले के तौर पर देखा जा रहा है।
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप ने यह कदम पाकिस्तान को यह दिखाने के लिए उठाया कि अमेरिका के साथ रिश्ते उसकी शर्तों पर चलेंगे। यह संदेश पाकिस्तान को याद दिलाता है कि वह अभी भी अमेरिकी सहायता और समर्थन पर निर्भर है।
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
मुलाकात के बाद पाकिस्तान की ओर से आधिकारिक बयान जारी हुआ। बयान में यह कहा गया कि बैठक सकारात्मक रही और दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया और विपक्षी दलों ने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री और आर्मी चीफ को एक घंटे तक इंतज़ार कराना पाकिस्तान की कूटनीतिक बेइज़्ज़ती नहीं है?
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – बैठक में उठे मुद्दे
सूत्रों के अनुसार, बैठक में निम्नलिखित विषयों पर चर्चा हुई:
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आतंकवाद और सुरक्षा सहयोग – अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाने की अपेक्षा जताई।
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भारत-पाक संबंध – ट्रंप ने पाकिस्तान से तनाव कम करने और वार्ता का माहौल बनाने की अपील की।
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अफगानिस्तान – तालिबान के बढ़ते प्रभाव और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा की गई।
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आर्थिक सहायता – पाकिस्तान ने IMF पैकेज और अमेरिकी निवेश के समर्थन की मांग की।
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – ट्रंप की रणनीति
डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल में पाकिस्तान को लेकर सख्त और कभी-कभी आक्रामक रुख अपनाते रहे हैं। उन्होंने 2018 में पाकिस्तान को मिलने वाली सैन्य सहायता रोक दी थी और पाकिस्तान पर “झूठ बोलने” का आरोप लगाया था।
हालांकि, अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के दौरान ट्रंप ने पाकिस्तान की मदद भी ली थी। इस मुलाकात से यह संकेत मिलते हैं कि ट्रंप भविष्य में भी पाकिस्तान के साथ व्यवहारिक संबंध रखना चाहते हैं, लेकिन शर्तें उनके हिसाब से होंगी।
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir – भारत पर क्या असर?
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए यह बैठक भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारत ने हमेशा से अमेरिका से यह अपेक्षा की है कि वह पाकिस्तान को आतंकवाद पर सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर करे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं, तो भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए अमेरिकी नीतियाँ कठिन लेकिन संतुलित हो सकती हैं।
निष्कर्ष – Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir
Trump meets Pakistan PM Sharif, Army Chief Munir मुलाकात ने यह साफ कर दिया है कि अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्ते अभी भी जटिल और संवेदनशील हैं। 1 घंटे का इंतज़ार कूटनीतिक दुनिया में एक गहरा संदेश माना जा रहा है।
पाकिस्तान की आर्थिक और सुरक्षा जरूरतें उसे अमेरिका पर निर्भर बनाए रखती हैं, जबकि ट्रंप इस निर्भरता को अपने पक्ष में इस्तेमाल करना जानते हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मुलाकात दोनों देशों के रिश्तों में नई गर्मजोशी लाती है या फिर तनाव को और बढ़ाती है।