बिहार विधानसभा चुनाव 2025: 6 अक्टूबर के बाद संभावित तारीखों का ऐलान
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का इंतजार पूरे राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है। चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि 6 अक्टूबर के बाद किसी भी समय चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, राजनीतिक दल अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: क्यों है अहम?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 सिर्फ राज्य ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के लिहाज से भी बेहद अहम माना जा रहा है।
-
NDA (भारतीय जनता पार्टी और सहयोगी दल) के लिए यह चुनाव सत्ता बचाने की परीक्षा है।
-
विपक्षी महागठबंधन (RJD, कांग्रेस और अन्य) इसे केंद्र सरकार और बिहार की सत्ता के खिलाफ जनादेश के रूप में देख रहा है।
-
जातीय समीकरण और युवा वोटर्स इस बार निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: संभावित चुनावी शेड्यूल
-
सूत्रों के अनुसार, अक्टूबर के पहले हफ्ते तक अंतिम मतदाता सूची तैयार कर ली जाएगी।
-
6 अक्टूबर के बाद चुनाव आयोग चरणबद्ध मतदान की घोषणा कर सकता है।
-
संभावना है कि नवंबर और दिसंबर के बीच बिहार में मतदान संपन्न हो और दिसंबर के अंत तक नतीजे घोषित हो जाएं।
राजनीतिक दलों की रणनीति
NDA की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA (BJP, JDU, HAM और अन्य सहयोगी दल) की सबसे बड़ी चुनौती है पिछले कार्यकाल में जनता को दिए वादों का हिसाब देना।
-
BJP चुनावी मुद्दे के तौर पर विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर और केंद्र की योजनाओं पर जोर दे सकती है।
-
JDU नीतीश कुमार के नेतृत्व और “सात निश्चय” जैसे कार्यक्रमों पर वोट मांग सकती है।
महागठबंधन की रणनीति
महागठबंधन इस बार बेरोजगारी, महंगाई और किसान मुद्दे को केंद्र में रखकर NDA को घेरने की कोशिश करेगा।
-
RJD लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की छवि पर भरोसा करेगा।
-
कांग्रेस युवा और अल्पसंख्यक वोटों को साधने पर ध्यान दे रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मुख्य मुद्दे
-
बेरोजगारी – युवा वर्ग का सबसे बड़ा सवाल यही है।
-
महंगाई – रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों ने जनता को परेशान किया है।
-
कानून व्यवस्था – अपराध दर और सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा रहेगा।
-
विकास बनाम जातीय राजनीति – विकास कार्यों और जातीय समीकरणों की टक्कर होगी।
मतदाताओं का मूड
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का चुनाव बेहद करीबी होगा।
-
शहरी क्षेत्रों में विकास और रोजगार बड़ा मुद्दा है।
-
ग्रामीण इलाकों में किसान, बिजली, सड़क और शिक्षा के मुद्दे अहम रहेंगे।
-
महिलाओं का वोट भी निर्णायक हो सकता है, क्योंकि वे सरकारी योजनाओं की सीधी लाभार्थी रही हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनाव आयोग की तैयारी
चुनाव आयोग ने इस बार विशेष ध्यान मतदाता सूची, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) की पारदर्शिता पर दिया है।
-
राज्य के संवेदनशील और अति-संवेदनशील बूथों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम होंगे।
-
सोशल मीडिया पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर भी पैनी नजर रखी जाएगी।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 केवल राजनीतिक दलों के लिए नहीं बल्कि जनता के लिए भी उम्मीदों का चुनाव है। 6 अक्टूबर के बाद तारीखों के ऐलान के साथ ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि जनता किसे अपना भविष्य सौंपती है। जातीय समीकरणों, राजनीतिक रणनीतियों और जनभावनाओं के बीच यह चुनाव भारतीय लोकतंत्र का एक और बड़ा उत्सव बनने जा रहा है।