Bihar bandh protest over derogatory remarks on PM Modi’s mother ने पूरे बिहार के राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ बीजेपी ने गुरुवार को राज्यव्यापी बंद बुलाया। इस दौरान कई जिलों में पार्टी कार्यकर्ता और महिला मोर्चा सड़कों पर उतरे और महागठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बंद की पृष्ठभूमि
दरअसल, कांग्रेस और राजद की एक संयुक्त रैली के दौरान पीएम मोदी की मां पर विवादित टिप्पणी की गई। बीजेपी ने इस बयान को न सिर्फ प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत अपमान बताया बल्कि इसे सभी माताओं और महिलाओं का अपमान करार दिया। इसी के विरोध में पार्टी ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया।
राज्यभर में असर
सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद का असर पूरे राज्य में दिखा।
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पटना, गया, भागलपुर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में सड़कें जाम रहीं।
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कई बाजारों में दुकानों को जबरन बंद कराया गया।
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कार्यकर्ताओं ने चौक-चौराहों पर जुलूस निकाले और विरोध प्रदर्शन किए।
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हालांकि, आपातकालीन सेवाएं जैसे अस्पताल, दवाइयों की दुकानें और एम्बुलेंस सेवाएं बंद से मुक्त रहीं।
महिला मोर्चा की अगुवाई
इस विरोध में बीजेपी महिला मोर्चा सबसे आगे रही। पटना में महिला मोर्चा की अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकाला और कहा कि “मां को गाली देना सिर्फ नरेंद्र मोदी की मां का नहीं बल्कि पूरे देश की माताओं का अपमान है।”
नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
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बीजेपी नेताओं ने महागठबंधन से माफी की मांग की।
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जेडीयू नेताओं ने भी टिप्पणी को अनुचित करार दिया लेकिन कहा कि राजनीति में इस तरह के मुद्दों को बार-बार उठाना जनता की असली समस्याओं से ध्यान भटकाना है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इस मामले को उठाते हुए कहा कि यह अपमान सिर्फ उनकी मां का नहीं बल्कि सभी माताओं, बहनों और बेटियों का है।
विपक्ष का जवाब
वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री खुद भी पहले विवादित बयान देते रहे हैं और अब राजनीति चमकाने के लिए भावनात्मक मुद्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार जनता की असली समस्याओं जैसे महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की दिक्कतों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे मुद्दों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है।
राजनीतिक असर
Bihar bandh protest over derogatory remarks on PM Modi’s mother का सीधा असर आगामी विधानसभा चुनावों पर देखा जा सकता है।
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बीजेपी ने इस बंद को भावनात्मक मुद्दे से जोड़कर जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है।
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महिला मतदाताओं को साधने की रणनीति साफ दिख रही है क्योंकि महिला मोर्चा इस आंदोलन की अगुवाई कर रहा है।
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महागठबंधन पर दबाव बढ़ गया है कि वह या तो इस बयान पर सफाई दे या सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।
प्रशासन की तैयारी
राज्य सरकार ने बंद के दौरान किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। कई जिलों में धारा 144 लागू की गई और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि कुछ जगहों पर झड़प की खबरें भी आईं।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, Bihar bandh protest over derogatory remarks on PM Modi’s mother सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं था बल्कि बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ भी है। यह बंद दिखाता है कि भावनात्मक और सामाजिक मुद्दे किस तरह चुनावी राजनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष इस मुद्दे को कैसे संभालता है और बीजेपी इसे चुनावी फायदे में कैसे बदलती है।