भारत का 2030 CWG प्रस्ताव मंजूर — अहमदाबाद बनेगा मेजबान शहर?
27 अगस्त 2025 को भारत ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया—केंद्र सरकार की कैबिनेट ने 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) की मेजबानी के लिए अहमदाबाद को प्रस्तावित शहर के रूप में नामित करने वाली बोली को मंजूरी दे दी। इस प्रस्ताव में होस्ट कोलैबोरेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर और यदि बोली सफल हुई तो गुजरात सरकार को ग्रांट-इन-एड प्रदान करने का आश्वासन भी शामिल है।
अहमदाबाद क्यों?: बुनियादी ढांचा और तैयारी
-
अहमदाबाद को एक आदर्श मेजबान शहर कहा गया है—यहाँ हैं विशाल स्टेडियम, उन्नत प्रशिक्षण सुविधाएँ, और खेल के प्रति उत्साही संस्कृति। खासकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम, जो दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, ने 2023 क्रिकेट विश्व कप फाइनल की मेजबानी सफलतापूर्वक की थी।
-
यह बोली 2036 ओलंपिक की तैयारी में एक अहम कदम मानी जा रही है—CWG की मेजबानी के साथ विश्व स्तर पर भारतीय खेलों की स्वीकार्यता बढ़ेगी।
बुनियादी ढांचा और शहरी योजना में बदलाव
-
Sardar Vallabhbhai Patel Sports Enclave जैसे प्रमुख विकास परियोजनाएँ अहमदाबाद को स्पोर्ट्स सिटी के रूप में तैयार कर रही हैं। इसमें शामिल हैं—एक विशाल खेल परिसर, एक्वाटिक्स सेंटर, मल्टीपर्पज इंडोर एरीना, एथलीट विलेज और साथ ही पर्यावरण अनुकूल शहरी योजना।
-
शहरी योजना में सुधार की प्रक्रियाएँ (जैसे रोड नेटवर्क, पार्किंग, और शहरी वन) TP योजनाओं में संशोधन द्वारा लागू की जा रही हैं—ये बदलाव SWASA और नारणपुरा सहित अन्य खेल क्षेत्रों के आसपास हो रहे हैं।
खेलों का विस्तार और विविधता
-
भारत की बोली में 2026 में हटाए गए खेलों को दोबारा शामिल करने की योजना है—जिनमें हॉकी, शूटिंग, कुश्ती, बैडमिंटन, महिला क्रिकेट, स्क्वैश और तीरंदाजी शामिल हैं।
-
साथ ही, लोकाचार खेल जैसे कबड्डी और खो-खो को भी शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया है—जो भारतीय खेल संस्कृति को प्रदर्शित करेगा।
प्रक्रिया और समय सारिणी
-
भारत ने 21 मार्च 2025 को पदाधिकारियों के माध्यम से CWG 2030 के लिए Expression of Interest (EOI) सबमिट किया।
-
इसके बाद, IOA (इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन) ने औपचारिक तौर पर इस बोली को मंजूरी दी—इस सबमिशन को 31 अगस्त 2025 की अंतिम तिथि से पहले पूरा किया गया।
-
अब अंतिम चयन नोवेम्बर 2025 में ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल एसेम्बली में होगा।
व्यापक प्रभाव: देश-विकास और भवििष्य
-
ये खेल 72 देशों से आए एथलीटों, कोचों, तकनीकी अधिकारियों, मीडिया और दर्शकों को आकर्षित करेंगे, जिससे स्थानीय व्यापार और पर्यटन को मजबूती मिलेगी।
-
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे—खेल विज्ञान, आयोजन प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स, मीडिया, आईटी, ट्रांसपोर्ट और जनसंपर्क जैसे क्षेत्रों में।
-
यह आयोजन एक साझा राष्ट्रीय भावना और सम्मान का अवसर बनेगा और युवा वर्ग को खेलों की ओर प्रेरित करेगा।
-
साथ ही, यह 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स से बेहतर, पारदर्शी और दीर्घकालीन प्रभाव देने वाला आयोजन हो सकता है।
निष्कर्ष
सरकार की मंजूरी ने भारत को एक बड़े वैश्विक खेल आयोजन की मेजबानी के लिए आधिकारिक रूप से खड़ा कर दिया है। अहमदाबाद का चयन सिर्फ एक शहर का नहीं, बल्कि देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रतीक होगा।