ट्रंप का भारत प्रेम: शहबाज शरीफ के सामने की PM मोदी की तारीफ, बोले ‘मोदी हैं सशक्त नेता’
ट्रंप ने शहबाज शरीफ के सामने की PM मोदी की तारीफ, यह बयान अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ एक मुलाकात के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न केवल भारत की प्रशंसा की बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “सशक्त और दूरदर्शी नेता” बताया। उनके इस बयान ने भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूती और पाकिस्तान के लिए बदलती वैश्विक प्राथमिकताओं को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
जब ट्रंप ने किया भारत की महानता का ज़िक्र
बैठक के दौरान शहबाज शरीफ ने क्षेत्रीय शांति और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा शुरू की, तभी ट्रंप ने मुस्कुराते हुए कहा —
“भारत एक महान देश है, और प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। वह एक सशक्त और दूरदर्शी नेता हैं।”
यह बयान सुनकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कुछ क्षणों के लिए चुप हो गए। अमेरिकी पत्रकारों के मुताबिक, ट्रंप के शब्दों ने वहां मौजूद सभी को हैरान कर दिया, क्योंकि यह वक्त पाकिस्तान-अमेरिका के ठंडे होते संबंधों के बीच आया था।
ट्रंप और मोदी की दोस्ती: ‘Howdy Modi’ से ‘Namaste Trump’ तक
ट्रंप ने शहबाज शरीफ के सामने की PM मोदी की तारीफ कोई पहली बार नहीं की। ट्रंप और मोदी के बीच की दोस्ती 2019 में ‘Howdy Modi’ कार्यक्रम से शुरू हुई थी। ह्यूस्टन के इस ऐतिहासिक आयोजन में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की खुलकर सराहना की थी।
2020 में जब ट्रंप भारत आए, तो अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ‘Namaste Trump’ कार्यक्रम के दौरान लाखों लोगों ने उनका स्वागत किया। उस समय भी ट्रंप ने कहा था —
“भारत एक असाधारण देश है और प्रधानमंत्री मोदी एक मजबूत नेता हैं जो अपने लोगों के लिए काम कर रहे हैं।”
शहबाज शरीफ के लिए असहज क्षण
शहबाज शरीफ के लिए यह बयान कूटनीतिक रूप से असहज था। वे जहां ट्रंप को पाकिस्तान के दृष्टिकोण से प्रभावित करना चाहते थे, वहीं ट्रंप के शब्दों ने यह साफ कर दिया कि अमेरिका की प्राथमिकताओं में भारत की भूमिका कितनी मजबूत है।
पाकिस्तानी मीडिया ने भी इसे “असंतुलित क्षण” कहा। The Dawn ने लिखा कि “ट्रंप का यह बयान पाकिस्तान की विदेश नीति के लिए चुनौतीपूर्ण संकेत है।”
ट्रंप की कूटनीतिक रणनीति के पीछे छिपा संदेश
ट्रंप ने शहबाज शरीफ के सामने की PM मोदी की तारीफ केवल मित्रता नहीं थी — यह अमेरिका की इंडो-पैसिफिक रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप हमेशा से चीन के प्रभाव को कम करने के लिए भारत को केंद्र में रखकर अपनी विदेश नीति गढ़ते रहे हैं।
अमेरिका के लिए भारत एक विश्वसनीय, लोकतांत्रिक और आर्थिक रूप से स्थिर साझेदार है। इसलिए ट्रंप का यह बयान एक कूटनीतिक संकेत भी है कि अमेरिका भारत को क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक शक्ति के रूप में देखता है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया की प्रतिक्रियाएं
ट्रंप के बयान को अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी प्रमुखता से कवर किया।
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The Washington Post ने लिखा, “ट्रंप ने एक बार फिर मोदी को ‘सशक्त नेता’ कहकर भारत-अमेरिका संबंधों की दिशा स्पष्ट की।”
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BBC ने टिप्पणी की, “यह बयान पाकिस्तान के लिए कठिन संकेत है, क्योंकि अमेरिका भारत के साथ अधिक घनिष्ठ संबंध चाहता है।”
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वहीं भारतीय चैनलों ने इसे “भारत की कूटनीतिक सफलता” के रूप में पेश किया।
विशेषज्ञों की राय
अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ डॉ. अरविंद मिश्रा का कहना है —
“ट्रंप के इस बयान से यह स्पष्ट है कि अमेरिका के नजरिए में भारत की भूमिका एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थिर हो चुकी है।”
पाकिस्तानी विश्लेषक नसीम ज़हरा ने कहा —
“ट्रंप की इस टिप्पणी ने पाकिस्तान को यह सोचने पर मजबूर किया है कि उसे अपनी विदेश नीति का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए।”
भारत-अमेरिका संबंधों की गहराती साझेदारी
बीते कुछ वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, तकनीकी सहयोग, अंतरिक्ष अनुसंधान और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में कई अहम समझौते हुए हैं। ट्रंप के इस बयान ने दोनों देशों के बीच इस विश्वास को और मजबूत किया है।
जब ट्रंप ने शहबाज शरीफ के सामने की PM मोदी की तारीफ, तो उन्होंने यह भी कहा कि “भारत के लोग अत्यंत मेहनती और लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले हैं।” यह वाक्य भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अमेरिका की प्रशंसा को दर्शाता है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
ट्रंप के बयान के बाद भारतीय सोशल मीडिया पर गर्व और उत्साह का माहौल देखने को मिला।
#TrumpOnModi और #IndiaGreatNation जैसे हैशटैग तेजी से ट्रेंड करने लगे।
लोगों ने कहा —
“जब दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में से एक भारत को महान कहे, तो यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।”
पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूज़र्स ने हालांकि इस बयान को “कूटनीतिक अपमान” बताया।
निष्कर्ष / विश्लेषण
कुल मिलाकर, ट्रंप ने शहबाज शरीफ के सामने की PM मोदी की तारीफ केवल शब्दों का आदान-प्रदान नहीं था — यह एक कूटनीतिक संकेत था कि भारत आज विश्व राजनीति में एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है। ट्रंप के इस बयान ने भारत की वैश्विक छवि को और ऊंचा किया है।
भारत-अमेरिका संबंधों का यह अध्याय आने वाले समय में दोनों देशों की साझा रणनीतियों को और मजबूत बनाएगा। और सबसे अहम बात — यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता को दुनिया भर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।