Thursday, October 16, 2025
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सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद: एशिया कप में खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने पर दिया बड़ा बयान

सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद एशिया कप 2025 में सुर्खियों में है। सूर्या ने पाक खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार किया और कहा कि कुछ चीजें खेल भावना से भी ऊपर होती हैं। जानें पूरा मामला।

सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद: एशिया कप में खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने पर दिया बड़ा बयान

सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद एशिया कप 2025 के सबसे बड़े विवादों में से एक बन चुका है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हाई-वोल्टेज मैच के बाद जब दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में हाथ मिला रहे थे, तभी टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। यह घटना कैमरों में कैद हो गई और कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद की शुरुआत

मैच खत्म होने के बाद पारंपरिक रूप से दोनों टीमें एक-दूसरे से हाथ मिलाकर खेल भावना का परिचय देती हैं। लेकिन इस बार कुछ अलग हुआ। सूर्या ने साफ तौर पर पाकिस्तानी खिलाड़ियों की ओर हाथ बढ़ाने से मना कर दिया। उनके इस कदम ने सबको चौंका दिया।

सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद पर दिया बयान

मैच के बाद जब मीडिया ने उनसे इस बारे में पूछा तो सूर्या ने कहा:

“मैं खेल को खेल की तरह खेलता हूँ, लेकिन कुछ चीजें खेल भावना से भी ऊपर होती हैं। जब हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं, तब मैं मैदान पर ऐसा दिखावा नहीं कर सकता कि सब सामान्य है।”

सूर्या के इस बयान ने माहौल को और भी गंभीर बना दिया। उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा कि उस घटना का असर उनके मन पर गहरा पड़ा है।

सोशल मीडिया पर सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद

यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा का विषय बन गई।

  • ट्विटर (X) पर #SuryakumarYadav और #HandshakeControversy ट्रेंड करने लगे।

  • हज़ारों लोगों ने सूर्या की देशभक्ति की तारीफ़ की और कहा कि वह केवल क्रिकेटर ही नहीं बल्कि एक सच्चे भारतीय भी हैं।

  • वहीं, कुछ यूज़र्स ने सवाल उठाया कि क्या क्रिकेट को राजनीति और राष्ट्रीय मुद्दों से जोड़ना सही है।

समर्थन और आलोचना में बंटा सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद

सूर्या के इस फैसले को लेकर देशभर में मिले-जुले प्रतिक्रियाएँ आईं।

  • समर्थकों का कहना है कि सूर्या ने देश की भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त किया।

  • आलोचकों का मानना है कि खेल और राजनीति को अलग रखना चाहिए, और खिलाड़ियों का काम सिर्फ खेलना है।

  • कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने कहा कि खेल कूटनीति का जरिया होता है, ऐसे में हाथ मिलाने से इनकार करना खेल भावना के खिलाफ है।

बीसीसीआई और सरकार का रुख सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद पर

बीसीसीआई की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन बोर्ड सूत्रों ने बताया कि वे खिलाड़ियों के व्यक्तिगत निर्णय का सम्मान करते हैं। बीसीसीआई अनुशासनात्मक कार्रवाई के मूड में नहीं है, क्योंकि सूर्या का यह कदम उनके निजी विचारों और देश के प्रति भावनाओं से जुड़ा हुआ है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की ओर से कोई सीधा बयान नहीं दिया गया है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया है। कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भी अनौपचारिक तौर पर कहा कि उन्हें इस रवैये से ठेस पहुँची है।

भारत-पाक क्रिकेट संबंधों पर असर डाल सकता है सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट हमेशा से भावनात्मक रहा है।

  • 1999 कारगिल युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध ठंडे पड़ गए थे।

  • 2008 मुंबई हमलों के बाद लंबे समय तक कोई द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं हुई।

  • अब एशिया कप 2025 में यह नया विवाद एक बार फिर दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों पर असर डाल सकता है।

खिलाड़ियों की जिम्मेदारी

यह बहस भी छिड़ गई है कि क्या खिलाड़ियों को अपने राष्ट्रीय या निजी विचारों को मैदान पर इस तरह व्यक्त करना चाहिए।

  • कुछ लोग मानते हैं कि खिलाड़ियों को पूरी तरह खेल पर ध्यान देना चाहिए।

  • जबकि दूसरी तरफ़ यह भी कहा जा रहा है कि खिलाड़ी भी इंसान हैं और देशहित से जुड़े मामलों में उनके विचारों का सम्मान होना चाहिए।

फैंस की भावनाएँ

भारत में क्रिकेट केवल खेल नहीं बल्कि धर्म जैसा है। ऐसे में जब कोई खिलाड़ी राष्ट्रहित को प्राथमिकता देता है तो फैंस उसे और ज्यादा पसंद करने लगते हैं। सूर्या की लोकप्रियता इस विवाद के बाद और बढ़ी है। कई फैंस ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “सूर्या ने दिल जीत लिया।”

निष्कर्ष

सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान हैंडशेक विवाद सिर्फ खेल का मसला नहीं बल्कि राष्ट्रीय भावना और खिलाड़ियों की जिम्मेदारी का प्रतीक बन गया है। सूर्या का कदम भले ही खेल भावना पर सवाल उठाता हो, लेकिन इसमें उनके देश के प्रति गहरी निष्ठा झलकती है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद सिर्फ एशिया कप तक सीमित रहता है या भारत-पाक क्रिकेट संबंधों पर इसका गहरा असर पड़ता है।

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